कैंब्रिज। अधिकतर घडि़यां केवल समय बताती हैं, लेकिन कैंब्रिज के कार्पस क्रिस्टी कालेज में लगी नई घड़ी लोगों को समय बताने के साथ साथ मानव जीवन की नश्वरता की याद दिलाएगी। यह घड़ी सर्वकालिक प्रसिद्ध घड़ी निर्माताओं में से एक जान हैरीसन के प्रति श्रद्धांजलि होगी।
दस लाख 80 हजार अमेरिकी डालर से भी अधिक लागत से बनी इस घड़ी का औपचारिक अनावरण शुक्रवार को प्रसिद्ध विज्ञानी स्टीफन हाकिंग ने किया। यह कार्पस क्लाक घडि़यों के बारे में पूर्व प्रचलित धारणाओं का खंडन करती है। आम तौर पर घडि़यों में मिलने वाली सेकेंड, मिनट और घंटे की सुइयां इसमें नहीं हैं। यह अपने ही ढंग से चलती है, यह समय-समय पर तेज और धीमी हो जाती है।
यह कार्पस क्लाक जान टेलर के दिमाग की उपज है और इसे महान विद्वान जान हैरीसन के प्रति श्रद्धांजलि माना गया है। हैरीसन एक अंग्रेज हैं और उन्होंने 1725 में टिड्डे के आकार का एक यंत्र बनाया था, जो घड़ी की गति को नियंत्रित करता था। टेलर ने कार्पस क्लाक को विशेष सौंदर्य देते हुए इसके ऊपर एक टिड्डा बनाया है। यह टिड्डा घड़ी का भाग है। एक मिनट में इसका जबड़ा खुल जाता है और 59 सेकेंड में अचानक बंद हो जाता है। इस प्राणी की हरी आंखें समय समय पर चमकते हुए पीली हो जाती है। टिड्डा समय भक्षी और समय को खाता है। टेलर ने कहा कि बीता हुआ समय मतलब वह उसे खा चुका है। विशालकाय टिड्डा वाले कार्पस क्लाक का अनावरण करते हुए हाकिंग ने अनुमान लगाया कि घड़ी के ऊपर बना प्राणी कैंब्रिज शहर का सौंदर्य बढ़ाने के साथ साथ लोगों का स्नेह भी।